‘‘Suman Advance Hindi Vyakaran’’ Hindi Paperback April 2022
‘‘Suman Advance Hindi Vyakaran’’ Hindi Paperback April 2022

‘‘Suman Advance Hindi Vyakaran’’ Hindi Paperback April 2022

              ‘‘सुमन एडवांस हिन्दी व्याकरण’’

 

            ब्राइट एम.पी. पब्लिशर फिर एक बार लेकर आये हैं ‘‘सुमन’’ सीरिज का एडवांस हिन्दी व्याकरण जो है एन.सी.ई.आर.टी पैटर्न पर आधारित जिसमें हैं हिन्दी व्याकरण से सम्बन्धित उच्च स्तर की विषय वस्तु जो आपके भीतर के हिन्दी व्याकरण के ज्ञान को बेहतर बनाएगा। पूर्व में इस सीरिज में आपने शुरूआती हिन्दी व्याकरण को पढ़ा और समझा जिसका परिणाम आपके सामने हिन्दी भाषा को और बेहतर और प्रभावी ढंग से समझा और ग्रहण किया गया तथा वार्षिक परीक्षा में बेहतर प्रदर्शन किया। जिसके लिए आपको बहुत-बहुत बधाईयाँ। पूर्व में आपके द्वारा व्याकरण के सन्दर्भ में वर्ण से लेकर मुहावरों तक भली भांति अध्ययन किया गया है आशा है विद्यार्थियों के द्वारा अपने मस्ष्तिक में इस सब बातों को उतार लिया गया होगा।

              प्रस्तुत पुस्तक श्रृंखला में व्याकरण के विस्तृत विषयों पर बड़े ही आसान तरीके से व्याकरण के हर पहलू को समझाने का प्रयास किया है। व्याकरण वह विधा है जिसके द्वारा किसी भी भाषा के लिखने (लेखन), पढ़ने (वाचन) और बोलने (भाषण) के निश्चित नियम होते हैं और इन नियमों को सीखने का सही माध्यम है- व्याकरण। लिखने, पढ़ने और बोलने के लिए भाषा की आवश्यकता होती है। शुद्ध रूप में लिखना, पढ़ना और बोलना यह तभी संभव होगा जब विद्यार्थी सही अर्थों में व्याकरण सीख पाएँगें।

 
                विद्यार्थी कक्षा 9वीं और 10वीं तक हिन्दी भाषा पढ़ना, लिखना और बोलना सीख लेता है, किन्तु उसका व्याकरण कमजोर होने के कारण वह छात्र न तो उचित रूप से हिन्दी बोल पाता है, न ही लिख पाता है और न पढ़ पाता है।


               इस पुस्तक में लेखक के द्वारा हिन्दी भाषा में प्रयुक्त होने वाले व्याकरण जो कि उच्च स्तर का है, के हर पहलू को सरल तरीके से श्रेणीबद्ध समझाने का प्रयास किया गया है साथ ही व्याकरण की तकनीकी खामियों को भी पुस्तक में जिस तरीके से समझाने का प्रयास किया गया है वह निश्चित तौर पर अन्य व्याकरण की पुस्तकों से भिन्न होगा। बहुत कुछ ऐसा है इस एडवांस हिन्दी व्याकरण में जो आप पहली बार पढ़ेंगे तथा हिन्दी के वाक्यों, सूक्तियों, शब्दों, पैराग्राफ इत्यादि में उपयोग कर चार चाँद लगा देगें।


               विद्यार्थियों के साथ-साथ पालकों की भी बड़ी जिम्मेदारी होती है कि वह अपने बच्चों को एक बेहतर शिक्षा दें इसी क्रम में हिन्दी भाषा को और मजबूत, स्पष्ट, त्रुटियों से रहित बनाकर उसे एक नया आयाम दें ताकि जो उसने सीखा है उसमें वह सही और गलत का भेद कर सके।

 
            हम यहाँ कहना चाहेगें कि व्याकरण किसी भी भाषा का हो उसमें ऐसे पहलुओं पर भी प्रकाश डालना अति आवश्यक होता है जिसे हम अक्सर अनदेखा कर देते हैं परन्तु जिसकी महत्ता बहुत होती है।
               सीखने-सिखाने के क्रम में सम्मानित शिक्षकों एवं विद्यार्थियों के लिए ‘‘सुमन एडवांस हिन्दी व्याकरण’’ बहुत ही सहायक एवं लाभकारी सिद्ध होगा। बहुत जल्द ही यह पुस्तक आपके हाथों में होगी।

धन्यवाद
ब्राइट एम.पी. पब्लिशर